ऋ की मात्रा वाले शब्द

Kishan Giri

की मात्रा वाले शब्द

पढिए और समझिए

षि

मृग

गृह

वृषभ

नृप

वृक्ष

 

पढे और अभ्यास करें-

कृत

मृदुल

पितृ

कृपणता

तृण

मृत

कृषक

सदृश

वृक्ष

मातृ

मृणाली

गृहिणी

कृपा

विकृत

सृजन

सुदृढ़

घृत

गृहण

मृदंग

मातृभूमि

गृह

तृत्तीय

कृपाण

अमृत

दृग

कृतज्ञता

हृदय

मृदुभाषी

 

 

दिए गए वाक्यों को पढ़िए व समझिए

एक महान ऋषि था। उसका नाम था भृगु ऋषि बड़ा कृपालु था। ऋषि तप कर रहा था। पास ही एक मृग तृण चर रहा था। नृप मृग का पीछा कर रहा था। मृग घबरा गया। वह ऋषि की शरण चला गया। मृग पर ऋषि की कृपा हुई। मृग बच गया। नृप भी वापस चला गया।

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